रहनुमा जहाँ का शतरंज का प्यादा हो गया है
RATNESH KUMAR MEHRA |
रहनुमा जहाँ का शतरंज का प्यादा हो गया है
कैद तस्वीर में रह गया ईशा पाप ज्यादा हो गया है
पाक पैमानों में अब जहर बाँटने लगे हैं लोग
ईमान भी अब खरीदा-खरादा हो गया है
यार! इंसान, इंसान रह ही कहाँ गया है अब
वो लोभ का बेटा अब पाप का दादा हो गया है
खुद की ख़ुशी से मर गई कल एक लड़की
ज़िंदगी का खौफ मौत से ज्यादा हो गया है
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